keyword kya hota hai? जब आप SEO के सन्दर्भ में अधिक जानकारी एकत्रित करने की कोशिश करते है तो आपको एक शब्द keyword research बार बार दिखाई पड़ता है और इसे जानना तब और महत्वपूर्ण हो जाता है जब आपको पता चलता है कि यह google में ranking के लिए अति आवश्यक है। इसके अतिरिक्त हमें केवल google ही नहीं अपितु youtube जैसे स्थानों के लिए भी keyword की समझ होनी आवश्यक है, और इसी चीज की व्याख्या आज मैं यहाँ करने जा रहा हूँ।
चलिए फिर बिना देरी किए हमारे मुख्य विषय keyword के बारे में जानते है –
Keyword kya hota hai ?
एक ऐसा शब्द जो आपके सम्पूर्ण content को describe कर देता है उसे ही keyword कहा जाता है, तो keyword एक पद या phrase का ही कम्प्यूटरीकृत नाम है। अतः ये एक word ही है जिसके बारे में आप पूरा content लिखते है, और जब कोई व्यक्ति इसी phrase को google या किसी भी search engine में search करता है तो वह आपके content तक पहुँचता है।
मिसाल के तौर पर मान लीजिए की आपने कोई cake की दुकान खोली है, और आपने अपने दुकान के लिए website भी बना लिया है। तो यहाँ आप विभ्भिन प्रकार के cake के विषय में blog लिखते है, आप बताते है कि कोई cake खरीदने से पहले किन किन चीजों के विषय में जानकारी होनी आवश्यक हैं। आप अपने online cake shop के ग्राहकों के reviews भी website में दिखाते है, तो एक तरीके से आपने अपने cake shop के लिए स्वयं एक product category page बनाया है, जिसके जरिए आप अपने उत्पादों को लोगो तक पहुंचाते है। अब आप स्वयं से एक बार पूछिए कि –
- आप अपने दुकान के लिए किस प्रकार के नाम को रखने के बारे में सोचेंगे ?
- आप कौन सा word अपने website के लिए रखेंगे जिसे search करने पर आपका website प्राप्त हो ?
शायद online cake shop या digital cake shop ? क्योंकि यह keyword ही आपके website में क्या है उस चीज को सटीकता से बताएगा। तो यही आपके site का keyword है।
इसी प्रकार जब आप किसी blog को लिखते है तो ऐसा कोई शब्द जो किसी व्यक्ति के द्वारा search किये जाने पर उस blog तक पहुंचाए वह उस blog के लिए keyword कहलाएगा। जैसे आपने इस blog को पढ़ने से पहले keyword kya hota hai ऐसा google पर search किया होगा। तो इस blog का keyword है keyword kya hota hai
keyword important kyo hota hai
सही keyword को पहचानना और उस keyword के अनुसार अपने blog का SEO करना बहुत आवश्यक होता है, keyword की महत्व को हम निम्न तरीके से समझ सकते है –
- यह keyword ही तो है जिसके जरिए पाठक या user आपके website तक पहुंचते है, क्योंकि किसी word को search engine में search करना ही keyword होता है।
- goolge जैसे search engines आपके content को समझते नहीं है अपितु वे तो यह check करते है कि आपका content किस विषय पर बना है और किस category में इसे रखा जाना चाहिए, ताकि लोग यदि search करे तो आपके content को search engime दिखा सके, तो यदि आपको किसी content को किसी category में रखना होता है तो आप उसके title को पढ़ते है ना कि पुरे content को। ऐसे में keyword इस कार्य को पूर्ण कर देता है।
- आप यदि किसी keyword को अपने blog में एक से अधिक heading के रूप में उपयोग करते है तो वह search engine के लिए remark बन जाता है। इससे search engine बड़ी आसानी से समझ जाता है कि आपका focus keyword क्या है और वह उसी keyword को आपके मुख्य keyword (focus keyword) समझता है। परंतु इसका अर्थ यह नहीं होता कि आप अपने blog में keyword का अत्यधिक उपयोग कर दे। किसी blog में content के आकार के अनुसार ही उसके focus keyword की संख्या निर्धारित होती है।
keywords types in hindi
मुख्य रूप से keywords के 4 प्रकार के होते है-
1. लम्बाई के आधार पर keywords
2. अवधि के आधार वाले keywords
3. define करने वाले keywords
4. LSI
इनका विवरण क्रमानुसार नीचे दिया जा रहा है-
1. लम्बाई के आधार पर keywords
keywords को उनके शब्दों के लम्बाई के आधार पर दो रूपों में विभक्त किया जा सकता है जैसे- short tail और long-tail keywords, इनका विवरण नीचे दिया जा रहा है-
short tail keywords
इस प्रकार के keyword शब्द आकार में बहुत छोटे होते है। सामान्यतः ये 3 शब्द या उससे काम के होते है।
इनमे हालांकि बहुत अधिक traffic प्राप्त किया जाता है जिस कारण ये competitve keywords के श्रेणी में आते है।
इस प्रकार के keywords का उपयोग मुख्यतः उन audience के द्वारा किया जाता है जो किसी product के विषय में पहली बार search कर रहे होते है।
इसी कारण यहाँ छोटे से keyword में बहुत सी चीजे समाहित की जाती है जिसके कारण यहाँ प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक होती है।
उदाहरण के लिए हम किसी keyword को लेते है जैसे – lemon
तो व्यक्ति अगर lemon के विषय में search करता है तो उसका मुख्य उद्देश्य होगा – uses of lemon या vitamins in lemon.
यदि आपका blog इस keyword में है तो आपको lemon से सम्बंधित सही और सटीक जानकारी देनी होगी।
और हम देखते है कि lemon में vitamin तो एक शाश्वत तथ्य है जो कभी नहीं बदलेगा तो सभी blog में ये स्थायी होगा यहान बहुत अधिक competition बढ़ जाएगा।
short tail keywords में आप आसानी से audience को शीर्षक से विचलित भी नहीं कर सकते।
long-tail keywords
इस प्रकार के keywords में 3 से अधिक शब्द होते है और इसी कारण ये किसी विशिष्ट विषय को दिखाते है।
इनके search volume काम होने की वजह से इनमे प्रतिस्पर्धा भी कम होता है।
एक उदाहरण के तौर पर – “types of SEO in hindi “
आप देख सकते है कि उपरोक्त keyword की लम्बाई बहुत अधिक है साथ ही पाठक SEO के सन्दर्भ में जानकारी रखता है और उसके types जानने के लिए search मारा है।
एक अन्य उदाहरण जैसे- “types of keyword” . इसका अर्थ है कि आपने keyword का अर्थ समझ लिया है और अब आपने उसके types को जानने के लिए search किया है।
2. अवधि के आधार पर keywords
तो समय के आधार पर भी हम keywords का विभाजन कर सकते हैं ये भी दो प्रकार के होते है – short term keywords और long term keywords . आईए जानते है इनके बारे में –
short term keyword
इस प्रकार के keywords अल्प अवधि के लिए इंटरनेट में trend में रहते है।
कम समय में अपने webiste को अधिक उपलब्धि में पहुंचाने के लिए इस प्रकार के keywords का प्रयोग किया जाता है, क्योंकि कुछ समय के लिए यह कीवर्ड बहुत अधिक प्रचलित होता है, यह पहले आओ पहले पाओ के सिस्टम पर कार्य करता है।
उदाहरण के लिए जब बाहुबली नामक भारतीय movie release हुई तो यह संपूर्ण इंटरनेट में search किया जाने वाला keyword था।
अगर आपने सही समय पर बाहुबली से संबंधित लेखों का ब्लॉग बना दिया हो और पोस्ट कर दिया हो तो यह बहुत अधिक traffic gain कर सकता है। यदि आपने बाहुबली के रिलीज होते ही blog पोस्ट कर दिया तो आपका ब्लॉग बहुत ज्यादा हाइलाइटेड होगा।
परंतु अब आप सोचिए क्या इस movie को अभी भी उतने ही लोग सर्च मारते होंगे..!!! इसका उत्तर है नहीं। इसे केवल वह लोग ही सर्च मारते होंगे जिन्हें इसका डाउनलोड लिंक चाहिए होगा।
तो हम देखते हैं कि कुछ विशेष प्रकार के keywords एक विशेष समय के लिए ही प्रचलन में होते हैं, तथा कुछ समय के पश्चात अपने आप ही विलुप्त हो जाते हैं। परंतु यहां ध्यान देने वाला बात यह भी है कि इस प्रकार के keywords मैं बहुत अधिक प्रतिस्पर्धा होती है। इस प्रकार के keywords का उपयोग beginners को नहीं करना चाहिए।
फिल्मों से संबंधित अथवा समाचार से संबंधित वेबसाइट इसी प्रकार के keywords पर आश्रित होते हैं।
long term keywords
इस प्रकार के keyword को सदाबहार keyword भी कहा जाता है, क्योंकि यहां search volume कभी बढ़ता है कभी घटता है परंतु यह सदैव हरा भरा रहता है अर्थात यहां ट्रैफिक हमेशााा मिलता है।
तो इस प्रकार के keywords के लिए content बनाते समय यह ध्यान में अवश्य रखना चाहिए कि आपके इस कंटेंट के लिए पाठक सदैव आपके वेबसाइट पर आते रहेंगे तो इस कारण आपको अपना कंटेंट भी up to date रखना होगा।
एक उदाहरण के तौर पर Search Engine optimisation, blogging यह सब सदाबहार long keywords मैं आते हैं।
3. define करने वाले keywords
इस प्रकार के keyword fully descriptive होते है। इनके भी दो प्रकार होते है – product defining keyword और customer defining keyword .
आइये इन दोनों के विषय में संक्षेप में समझते है –
product defining keyword in hindi
आपके product को define करने वाला keyword, product defining keyword कहलाते है।
उदाहरण के लिए – “hp laptop 12 inch screen”
ये सीधे सीधे दिखता है कि search करने वाला व्यक्ति मात्र hp का laptop मांग रहा है और वह भी 12 इंच screen वाला।
search करने वाले व्यक्ति ने इसे खरीदने का मन बना लिया है या अपने wishlist में रख लिया है अर्थात इस प्रकार के keyword को अंतिम चरण का keyword माना जाता है।
तो अब जब वह व्यक्ति इस keyword को search करता है तो उसे उसी brand के उसी laptop के विषय में जानकारी मुहैया कराने वाले blog तक पहुंचाएगा, तो इस प्रकार के keyword में हम पाठक को विषय से ज्यादा अधिक नहीं भटका सकते।
customer defining keyword in hindi
इस प्रकार के keyword किसी विशेष उम्र, लिंग, क्षेत्र,भाषा या समुदाय के व्यक्तियों के लिए होते है।
उदाहरण के तौर पर – “wordpress vs blogger in hindi “
उपरोक्त उदाहरण में आप देख सकते है कि यहाँ किसी विशेष स्थान क्षेत्र के व्यक्तिओ के लिए keyword का चयन किया गया है, जो भी इस प्रकार के keyword को search करेगा वह हिंदी में इस जानकारी को जानना चाहता है।
यह keyword हमारे customer को define करता है उपरोक्त keyword से हमें अपने customer के भाषा और क्षेत्र के विषय में ज्ञान होता है।
कुछ इसी प्रकार के अन्य keywords जैसे- “running shoe for girls” , “best facewash for men” इत्यादि है।
4. LSI in hindi
LSI या Latent Semantic Indexing एक विशेष keyword होता है जिसे search engine किसी webpage में उपस्थित सामग्री को समझने के लिए उपयोग करते है।
उदाहरण के लिए जब आप कोई content बनाते है तो search engine उस content को समझने के लिए उसकी जांच करता है, और उसे सटीकता से जानने के लिए content में से ऐसे शब्दो को देखता है जो अत्यधिक बार प्रयोग में लाया गया हो।
किसी विषय पर जब हम content बनाते है तो आवश्यकतानुसार हम उसके paragraph में बार बार title का उपयोग करते है, जिसके कारण search Engine अच्छे से समझ जाता है कि content किस विषय में हैं।
keyword density kya hota hai in hindi
Keyword density किसी एक webpage में दिए गए keywords और content के कुल शब्दों का अनुपात होता है। अर्थात यह दर्शाता है कि किसी content में आपने किसी keyword का प्रयोग कितने बार किया है।
मिसाल के तौर पर यदि आपने कोई blog लिखा है जिसका मुख्य विषय है instagram , तो इसमें keyword density का अर्थ होगा आपने उस blog में कुल कितने शब्द लिखे है (मान लीजिये 1000) और इसमें कितने बार instagram शब्द का प्रयोग किया है (मान लीजिये 10) इन दोनों का कुल अनुपात।
तो उपरोक्त उदाहरण में instagram शब्द का उस blog में keyword density होगा- प्रत्येक 100 शब्दों में 1 keyword .
किसी कंटेंट में keyword density की अधिकता keyword stuffing को जन्म देती है जिसके चलते आपका site ban भी किया जा सकता है।
blog में keywords का इस्तेमाल कहा किया जाना चाहिए ?
आपको अपने content को seo के अनुकूल बनाने के लिए keyword का इस्तेमाल निम्न जगह पर अवश्य करना चाहिए –
- blog के title में (प्रथम heading में)
- blog के सबसे प्रथम paragraph में
- meta description में
- अधिकाँश headings में (H1-H6)
- url में
- डाले गए images या videos के alternative text के रूप में
- SEO title में
- snippet में
conclusion
keyword का सही चयन और blog में इसका सटीक उपयोग आपके blog को सीधे जमीन से उठाकर स्वर्ग पर लाता है क्योंकि keywords का सीधा रिश्ता SEO से होता है।
search engines को किसी content के विषय में जानकारी उसमे प्रयुक्त किये गए keywords से ही होती है। इसलिए keywords का सही उपयोग करना आपके SEO के लिए बहुत आवश्यक है ऐसा कहा जाता है।
इस लेख में हमने keywords के विषय में आपको basic जानकारी देने का प्रयास किया है। हमने लेख में keyword kya hota hai यह जाना फिर हमारे keywords का SEO में क्या महत्व है यह जाना, हमने keywords के प्रकार भी देखे और keyword density से अवगत होने के पश्चात अंत में हमने blog में keyword को किस स्थान पर रखे इस प्रयोग को सीखा।
आशा करता हूँ कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। इस लेख से सम्बंधित किसी भी प्रकार के शंका या सुधार के लिए आप नीचे हमें comment कर सकते है या हमें सीधे mail भी कर सकते है। मुझे आपकी सहायता करने में बहुत प्रसन्नता होगी।

आशीष कुमार छत्तीसगढ़ से है इन्हे तकनीक, SEO और ब्लॉग्गिंग के क्षेत्र में लेख लिखना पसंद है। आशीष ने कृषि अभियांत्रिकी में स्नातक की उपाधि धारण की है। वर्तमान में हिंदलेख के संस्थापक है और अस्थायी ब्लॉगर के रूप में लोगो की सहायता करने के लिए freelancer के रूप में कार्य भी करते है। आप निम्न सोशल मीडिया प्रोफाइल में जा कर आशीष से जुड़ सकते है-